Kriya Visheshan Ki Paribhasha, क्रिया विशेषण की परिभाषा

आज हम जानेगे की Kriya Visheshan Ki Paribhasha In Hindi, क्रिया विशेषण की परिभाषा उदाहरण सहित, क्रिया विशेषण के प्रकार Kriya Definition In Hindi के बारे में बताने वाले है.

आज हम आपको क्रिया विशेषण क्या होती है | क्रिया विशेषण क्या है | क्रिया विशेषण के उदाहरण | क्रिया विशेषण का अर्थ आपको बताने वाले है-

Kriya Visheshan Ki Paribhasha-

वे अविकारी शब्द जो किसी संज्ञा के द्वारा होने वाले क्रिया की विशेषता बताता हो, उसे
क्रिया विशेषण कहते हैं.

जो शब्द जिनमे किसी क्रिया या फिर जिससे किसी काम के होने का पता चलता है और उससे हमें फिर उस क्रिया के बारे में पता चलता है तो उसे क्रिया-विशेषण कहते हैं.

उदाहरण : राम तेज दौड़ता है. (यहाँ दौड़ क्रिया है और उसकी विशेषता बतानेवाला शब्द तेज़ उसका क्रिया-विशेषण है).

Kriya Visheshan Ki Paribhasha

क्रिया विशेषण के प्रकार-

  • कालवाचक क्रियाविशेषण
  • स्थानवाचक क्रियाविशेषण
  • परिमाणवाचक क्रियाविशेषण
  • रीतिवाचक क्रियाविशेषण

कालवाचक क्रिया विशेषण-

जिस क्रिया विशेषण से यह पता लेगे की यह क्रिया किस कल में घटित हुयी यानि की जिससे समय अवधि का का पता चलता हो उसे कालवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं।

जैसे- अब, तब, परसों, कल, पहले, पीछे, कभी, अब तक, जब, कब, अभी-अभी, बार-बार।

उदाहरण–:

  • मैं कल फल लेने के लिए बाज़ार जाऊंगा।
  • इस वाक्य में जाना क्रिया है और कल विशेषण से जाने का समय पता चल रहा है, इसलिए कल शब्द काल वाचक विशेषण है।
  • वह पहले जयपुर गया था।
  • इस वाक्य में गया क्रिया है और पहले शब्द के माध्यम से जाने के समय का पता चल रहा है। इसलिए यह काल वाचक विशेषण है।
  • वह बार-बार हार रहा है।
  • इस वाक्य में हारने क्रिया है हारना क्रिया का समय बार बार शब्द के द्वारा बताया जा रहा है इसलिए इसमें बार-बार शब्द काल वाचक क्रिया विशेषण है।

रीतिवाचक क्रिया विशेषण-

जो अविकारी शब्द किसी क्रिया के किस प्रकार से घटित हुयी है या फिर क्रिया के होने के तरीके के बारे में पता चलता है वहां रीतिवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं।

जैसे- कदापि, तो, हो, अवश्य, यथासम्भव, ऐसे, वैसे, सहसा, तेज़, सच, अत:, इसलिए, गलत, ध्यान से, सचमुच, ठीक, क्योंकि, नहीं, मत, मात्र, भर आदि।

उदाहरण–:

  • अमित तेज चलता है।
  • इस वाक्य में चलना क्रिया है और चलना की विशेषता या तरीका तेज शब्द के द्वारा बताया गया है इसलिए तेज शब्द रीति वाचक क्रिया विशेषण है।
  • रचना हमेशा झूट बोलती है।
  • इस वाक्य में बोलना क्रिया है, और बोलने की विशेषता झूठ शब्द के द्वारा बताई गई है। इसलिए यह झूट शब्द रीति वाचक क्रिया विशेषण है।
  • यह मात्र 5000 रूपये कमाता है.
  • इस वाक्य में कमाना क्रिया है इसमें कमाना क्रिया का तरीका मात्र शब्द के द्वारा बताया गया है इसलिए मात्र शब्द रीति वाचक विशेषण है।

स्थानवाचक क्रिया विशेषण-

जो शब्द जिनमे यह बताया बताया जाता है की क्रिया कहाँ पर घटित हुयी है यानि क्रिया के होने के स्थान का बोध कराते हैं, उसे स्थानवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं।

जैसे- सामने, नीचे, ऊपर, आगे, भीतर, बाहर, यहाँ, वहाँ, कहाँ, जहाँ, आदि।

उदाहरण-

  • प्रिया आगे चल रही है।
  • इस वाक्य में चलना क्रिया है। चलना क्रिया को विशेषता या स्थान आगे शब्द से बताया गया है। इसलिए यह स्थान वाचक क्रिया विशेषण है।
  • सिमरन बाहर जा रही है।
  • इस वाक्य में जाना एक क्रिया है। जाना की विशेषता या स्थान बाहर के द्वारा बताई गई है। इसलिए यह स्थान वाचक क्रिया विशेषण है।
  • गेंद ऊपर उछल रही है।
  • इस वाक्य में उछलना क्रिया है। उछलने का स्थान ऊपर शब्द के द्वारा बताया गया है। इसलिए ऊपर शब्द स्थान वाचक विशेषण है।

परिमाणवाचक क्रिया विशेषण-

जो शब्द जिनसे यह प्रतीत हो की किसी क्रिया की मात्रा और आयतन, भार आदि क्रिया के परिमाण अथवा संख्या और मात्रा का बोध कराते हैं, उन्हें परिमाणवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं।

जैसे- यथेष्ट, इतना, उतना, कितना, थोड़ा-थोड़ा, तिल-तिल, बहुत, अधिक, अधिकाधिक, पूर्णतया, सर्वथा, कुछ, थोड़ा, काफ़ी, केवल, एक-एक करके, पर्याप्त; आदि ,जितना कुछ ।

उदाहरण–:

  • अंकित अधिक खाना खाता है।
  • इस वाक्य में क्रिया खाना है खाना क्रिया की मात्रा “अधिक” शब्द से बताई गई है। इसलिए यह परिमाण वाचक क्रिया विशेषण है।
  • उसने थोड़ा थोड़ा लिखा।
  • इस वाक्य में लिखना क्रिया है लिखना क्रिया की मात्रा का बोध थोड़ा थोड़ा के माध्यम से बताई गई है। इसलिए यह परिमाण वाचक क्रिया विशेषण है।
  • रमेश बहुत दौड़े।
  • इस वाक्य में दौड़ना क्रिया है दौड़ना क्रिया की विशेषता या परिमाण बहुत शब्द से बताई गई है इसलिए बहुत शब्द परिमाण वाचक विशेषण है।
क्रिया विशेषण के उदाहरण

क्रिया विशेषण के उदाहरण –

  • चीता तेज़ दौड़ता है।
  • मयंक धीरे चलता है।
  • हमे यहां से आगे जाना है।
  • कल मेरा पेपर है।
  • मुकुल ने कल एक गाड़ी खरीदी।
  • वह प्रतिदिन पूजा करता है।
  • मैं रोज़ शिव चालीसा का पाठ करता हूँ।
  • वह रोज़ अपने घर की सफाई करता है।
  • शेर धीरे-धीरे आगे बढ़ता है।
  • हम रोज़ सैर करते हैं।
  • कल मुझे वर्मांट जाना है।
  • वह परसो मिशिगन से आ गया।
  • अंकिता का आज एग्जाम था।
  • कल वह कुछ नाराज़ था।
  • आज मेरे पास बिलकुल समय नहीं है।
  • कल तूने वह काम नहीं किया।
  • आज क्या होगा यह नहीं पता।
  • मन लगा के पढ़ने से परीक्षाओं में अच्छे अंक आते हैं।

क्रिया विशेषण और विशेषण में अंतर –

विशेषणक्रिया विशेषण
वे शब्द संज्ञा या फिर सर्वनाम की विशेषता बताते हैं उन्हें विशेषण कहते हैं।वे शब्द क्रिया की विशेषता बताते हैं उन्हें क्रिया-विशेषण कहते हैं।
उदाहरण: श्याम अच्छा खिलाड़ी है।
रमेश अच्छा गायक है।
उदाहरण: रवींद्र अच्छा खेलता है।
सोनू निगम अच्छा गाता है।

यह भी पढ़े –

अकर्मक क्रिया की परिभाषासकर्मक क्रिया की परिभाषा
विशेषण की परिभाषा उदाहरण सहितसंज्ञा की परिभाषा उदाहरण सहित
समास की परिभाषा उदहारण सहितसंधि की परिभाषा उदाहरण सहित
सर्वनाम की परिभाषा उदाहरण सहितक्रिया की परिभाषा उदाहरण सहित
अलंकार की परिभाषारस की परिभाषा उदाहरण सहित

निकर्ष-

जैसा की आज हमने आपको Kriya Visheshan Ki Paribhasha, क्रिया विशेषण की परिभाषा, क्रिया विशेषण के उदाहरण के बारे में आपको बताया है.

इसकी सारी प्रोसेस स्टेप बाई स्टेप बताई है उसे आप फोलो करते जाओ निश्चित ही आपकी समस्या का समाधान होगा.

यदि फिर भी कोई संदेह रह जाता है तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते और पूछ सकते की केसे क्या करना है.

में निश्चित ही आपकी पूरी समस्या का समाधान निकालूँगा और आपको हमारा द्वारा प्रदान की गयी जानकरी आपको अच्छी लगी होतो फिर आपको इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते है.

यदि हमारे द्वारा प्रदान की सुचना और प्रक्रिया से लाभ हुआ होतो हमारे BLOG पर फिर से VISIT करे.

2 thoughts on “Kriya Visheshan Ki Paribhasha, क्रिया विशेषण की परिभाषा”

Leave a Comment