आज हम जानेगे की purnank ki paribhasha, पूर्णांक संख्या की परिभाषा क्या है और समुदाय से जुडी हुयी जानकारी हिंदी में और इसी प्रकार की परिभाषा देखने के लिए आप हमे फॉलो कर ले.
purnank ki paribhasha, पूर्णांक संख्या की परिभाषा-
प्राकृत संख्याओं के समूह में शून्य और ऋणात्मक संख्याओं को सामिल करने पर जो संख्या बनती है वह पूर्णांक संख्या कहलाती हैं.
धनात्मक, ऋणात्मक और शून्य से मिलकर बनी हुई संख्याएँ परंतु भिन्न (fraction) वाली संख्या में शामिल नहीं होती हैं पूर्णांक संख्या कहलाती हैं।
पूर्णांक संख्या को “Z” से प्रदर्शित किया जाता है।
जैसे:– Z = { -4 , -3 , -1 , 0 , 4 , 3 , 2 , . . . .}
पूर्णांक इस सभी सन्खाओ से मिलके बनी होती है-
- सम संख्या
- विषम संख्या
- अभाज्य संख्या
- परिमेय संख्या
- अपरिमेय संख्या
- प्राकृत संख्या
- पूर्ण संख्या
पूर्णांकों संख्याओ के नियम-
पूर्णांकों संख्याओ के जोड़ का नियम-
- (–) + (–) = (+)
- (+) + (+) = (+)
- (–) + (+) = (–)
- (+) + (–) = (–)
पूर्णांकों संख्याओ के घटाव का नियम-
- (–) – (–) = (–)
- (+) – (+) = (–)
- (–) – (+) = (+)
- (+) – (–) = (+)
जैसे –
पूर्णांकों संख्याओ के गुणन का नियम-
- (–) × (–) = (+)
- (+) × (+) = (+)
- (–) × (+) = (–)
- (+) × (–) = (–)
पूर्णांकों संख्याओ के भाग का नियम-
- (–) ÷ (–) = (+)
- (+) ÷ (+) = (+)
- (–) ÷ (+) = (–)
- (+) ÷ (–) = (–)
पूर्णांक संख्या कितने प्रकार की होतो है –
पूर्णांक संख्याएँ तीन प्रकार की होती हैं।
- धनात्मक संख्याएँ
- ऋणात्मक संख्याएँ
- उदासीन पूर्णांक
धनात्मक पूर्णांक-
1 से लेकर अनंत तक की सभी धनात्मक संख्याएँ धनात्मक पूर्णांक कहलाती हैं –
- ये पूर्णांक संख्या रेखा पर शून्य के दायीं और स्थित होते हैं।
- आमतोर पर धनात्मक पूर्णांकों के आगे लिखने की सुविधा के लिए कोई भी चिन्ह नहीं लगया जाता है।
- कोई भी पूर्णांक संख्या जिसके आगे धनात्मक या ऋणात्मक का कोई चिन्ह नहीं लगा हो ऐसी संख्याएँ पूर्णांक संख्याएँ कहलाती हैं।
जैसे :- 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, …………. ∞
ऋणात्मक पूर्णांक-
1 से लेकर अनंत तक कि सभी ऋणात्मक संख्याएँ ऋणात्मक पूर्णांक कहलाती हैं।
ऋणात्मक पूर्णांक संख्याओं के आगे ऋणात्मक चिन्ह लगा होता है। ऋणात्मक संख्याएँ संख्या रेखा पर शून्य के बायीं ओर स्थित होती हैं।
- ऋणात्मक संख्याएँ संख्या रेखा पर शून्य के बायीं और स्थित होती हैं।
- इन संख्यायों के आगे ऋणात्मक चिन्ह (negative sign) लगा होता है।
- ऐसी पूर्णांक संख्याएँ जो शूह्य से कम होती हैं वे संख्या ऋणात्मक संख्याएँ कहलाती हैं।
जैसे :- Z– → -1 , -2 , -3 , -4 , -5 , -6 , -7 , -8 , -9 , -10 , -11 , -12 ……..……∞
उदासीन पूर्णांक-
जो न ही धनात्मक और ऋणात्मक पूर्णांक हो। यह एक प्राकृत संख्या है।
शून्य (0) का कोई चिन्ह ( + और -) नहीं होता है।
जैसे :- 3, -2, -1, 0, 1, 2, 3, ………………∞
पूर्णांक संख्या के प्रश्न उत्तर-
Q.1 (-8), (-4) पूर्णांकों के युग्मों के योग ज्ञात कीजिए?
(A). 12
(B). -12
(C). 8
(D). -4
हल:- प्रश्नानुसार,
-8 और -4 दोनों के चिन्ह ऋण हैं।
अतः -8 + (-4) = -(8 + 4)
Ans. -12
Q.2 (-25) में से (-8) घटाइए?
(A). 8
(B). -8
(C). 17
(D). -17
हल:- प्रश्नानुसार,
-8 का योज्य प्रतिलोम = +8 हैं।
अतः -25 – (-8)
= -25 + (+8)
= -25 + 8
= -17
Ans. 17
Q.3 दो पूर्णांकों का योग 86 हैं। यदि इनमें से एक पूर्णांक –42 हैं। तो दूसरा पूर्णांक ज्ञात कीजिए?
(a). 155
(b). 123
(c). 111
(d). 128
हल:- प्रश्नानुसार,
दोनों पूर्णांकों का योग 86 हैं। इसलिए दूसरा पूर्णांक 86 में से (-42) घटाने पर प्राप्त होगा।
= 86 – (-42)
= 86 + 42
= 128
Ans. 128
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निकर्ष-
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