आज हम जानेंगे Rasayan Vigyan Ki Paribhasha In Hindi, रसायनविज्ञान की परिभाषा, Rasayan Vigyan Ke janak, रसायन विज्ञान का अर्थ, रसायन विज्ञान के प्रकार के बारे में आपको बताने वाले है.
आज हम जानेंगे की रसायन विज्ञान क्या है, रसायन विज्ञान किसे कहते है, Definition Of Rasayan Vigyan In Hindi,दैनिक जीवन में रसायन का महत्व के बारे में बताने वाले है-
रसायन विज्ञान का अर्थ –
रसायन विज्ञान का शाब्दिक विन्यास रस + आयन है जिसका शाब्दिक अर्थ रसों (द्रवों) का अध्ययन है।
रसायनविज्ञान को अग्रेजी में केमिस्ट्री कहते है.
केमिस्ट्री शब्द की उत्पति मिस्त्र देश के जिसका प्राचीन नाम कीमिया से हुई है, कीमिया अर्थ है- कालारंग होता है।
Rasayan Vigyan Ki Paribhasha-
रसायनविज्ञान, विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत पदार्थों के भौतिक और रसायनिक गुणों, संघटन, संरचना और उसमें होने वाले भौतिक और रासायनिक परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है उसे रसायन विज्ञान कहते है.
रसायन विज्ञान में रसायनज्ञ अपने द्वारा संचित ज्ञान का उपयोग नए पदार्थ बनाने और उपलब्ध रसायनों और सामग्रियों को बेहतर बनाने के लिए करते हैं यही रसायन विज्ञान कहलाता है.
उदाहरण :
- गंध और स्वाद का विकास रसायन विज्ञान का एक रूप है।
- दवाइयों के विकास पर अनुसंधान रसायन विज्ञान है।
- बेहतर टिकाऊ ऊर्जा की खोज रसायन विज्ञान पर निर्भर है।
रसायन विज्ञान के जनक कौन है-
रसायन विज्ञान के जनक के बारे में एक नाम तो आते नहीं है, कभी अंटोनी लेवोसियर, तो कभी अरॉबर्ट बॉयल, जोन्स बेर्सेलियस, जब्बर इब्न हायेन और जॉन डाल्टन के नाम आते है –
एंटोनी लेवईज़िएयर को ही ज्यादातर के देशों में रसायन विज्ञान के जनक मानें जाते हैं | इनके द्वारा लिखी हुई पुस्तक जिसका नाम ‘‘तत्वों के रसायन’’ है,उसी पुस्तक के कारण ही उन्हें Chemistry का जनक/पिता माना जाता है |
जोन्स बेर्सेलियस, रॉबर्ट बॉयल, जब्बर जॉन डाल्टन और इब्न हायेन को दुनिया के कुछ देशों में या कुछ समय पहले इन लोगों को Chemistry का पिता माना जाता था |
रसायन विज्ञान के जनक के तौर पर एंटोनी लेवईज़िएयर, जोन्स बेर्सेलियस, रॉबर्ट बॉयल, जब्बर जॉन डाल्टन और इब्न हायेन को जाना जाता है |
रसायन विज्ञान के प्रकार –
रसायन विज्ञान की मुख्यत दो शाखाएँ में बांटा गया है-
अकार्बनिक रसायन :-
अकार्बनिक रसायन में कार्बनिक यौगिकों को छोड़कर शेष सभी तत्त्वों और उनके यौगिकों के बनाने की विधि और उसके गुण-धर्म तथा उपयोग एवं संघटन का अध्ययन किया जाता है।
कार्बनिक रसायन :-
इसके अंतर्गत कार्बन और इसके यौगिकों का अध्ययन किया जाता है।
रसायन विज्ञान को कई शाखाओं में बाँटा गया है–
भौतिक रसायन :-
भौतिक रसायन में भौतिक अभिक्रियाओं के सिद्धांतों तथा नियमों का अध्ययन किया जाता है।
जीव रसायन :-
जीव रसायन में जीवधारियों में होने वाली रासायनिक अभिक्रियाओं और प्राणियों तथा वनस्पतियों से प्राप्त किये गये पदाथों का अध्ययन किया जाता है।
औषधि रसायन :-
औषधि रसायन के अंतर्गत प्राणियों के इस्तेमाल में आने वाली औषधियों / दवाओं, और उनके संघटन व बनाने की विधियों का अध्ययन किया जाता है।
कृषि रसायन :-
कृषि रसायन के अंतर्गत कृषि से जुड़े रसायनों का अध्ययन होता है।
नाभिकीय रसायन :-
इसके अंतर्गत नाभिकीय क्रियाओं, रेडियो एक्टिव तत्व और इसके अनुप्रयोगों का अध्ययन होता है।
औद्योगिक रसायन :-
इसके अंतर्गत पदार्थों का व्यापारिक मात्रा में निर्माण करने वाले उधोंगो से जुड़े नियमों, अभिक्रियाओं, विधियों एवं अन्य का अध्ययन किया जाता है।
विश्लेषणात्मक रसायन :-
इसके अंतर्गत पदाथों की पहचान करना और उनकी सही मात्रा निर्धारित करने का अध्ययन किया जाता है।
दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान का महत्व-
भोजन में :-
- भोजन हम कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा के रूप में खाते है ,उसे रसायन विज्ञान ही परिभाषित करता है।
- हमारे शरीर को किस अमीनो अम्ल , वसीय अम्ल अथवा पोषक तत्व की आवश्यकता है इसकी पहचान करने में रसायन विज्ञान मदद करता है ।
कपड़ों के लिए :-
विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास से पहले, मनुष्य कपड़े के उत्पादन के लिए कपास, ऊन और रेशम पर निर्भर रहता था, लेकिन अब पॉलिस्टर,नाइलॉन ,टेरिलीन से बने कपड़े उपलब्ध है जो बेहद उपयोगी है और यह रसायन विज्ञान के कारण ही सम्भव हुआ ।
ऑटोमोबाइल :-
- हम जिस ऑटोमोबाइल का प्रयोग प्रतिदिन करते हैं जैसे कार, बस ,मोटरसाइकिल ,हवाई जहाज आदि इनमें भी रसायन विज्ञान की तकनीक का प्रयोग है
- उपयोग किए गए ईंधन, इंजन तेल, बैटरी में एसिड आदि सभी रसायन विज्ञान से जुड़े हुए हैं।
स्वास्थ्य :-
स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए प्रयोग की जाने वाली टेबलेट ,कैप्सूल, इंजेक्शन, क्रीम आदि सब रसायन ही हैं तथा रसायन विज्ञान की देन है । इसका ज्ञान रोग के निदान, दवा के निर्माण आदि में काम आता है |
इलेक्ट्रॉनिक प्रौद्योगिकी :-
कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फ़ोन आदि जैसे तकनीकी गैजेट पावर बैंक (बैटरी), धातु ,मिश्र धातु, सोल्डरिंग, सफाई, प्रतिरोध आदि के निर्माण लिए रसायन विज्ञान के सिद्धांतों का उपयोग करते हैं।
कृषि :-
- फसलों की पैदावार बढ़ाने और अनुकूल परिस्थितियों को बनाए रखने के लिए कृषि में रसायन विज्ञान का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
- रासायनिक ज्ञान का उपयोग मिट्टी की प्रकृति, उसके pH, खनिज संरचना और ट्रेस तत्वों की उपस्थिति का अध्ययन करने के लिए किया जाता है।
उद्योग में :-
कई उद्योग विभिन्न प्रक्रियाओं के लिए रसायन विज्ञान पर निर्भर हैं विशेष रूप से फार्मा, कागज, क्षार, एसिड, साबुन आदि से संबंधित उद्योग रसायन विज्ञान के ज्ञान से उद्योग में कई अपशिष्ट पदार्थों को अन्य कीमती सामान बनाने के लिए पुन: उपयोग किया जा सकता है।
वातावरण :-
इस मामले के संदर्भ में पर्यावरण का अध्ययन किया जा सकता है। रसायन विज्ञान के उपयोग से प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, गैसों जैसे पहलुओं की जांच की जाती है।
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निकर्ष-
जैसा की आज हमने आपको Rasayan Vigyan Ki Paribhasha, रसायनविज्ञान की परिभाषा के बारे में आपको बताया है.
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