Sakarmak Kriya Ki Paribhasha, सकर्मक क्रिया की परिभाषा

आज हम जानेगे की Sakarmak Kriya Ki Paribhasha | सकर्मक क्रिया की परिभाषा उदाहरण सहित | Sakarmak Kriya Definition In Hindi | Sakarmak Kriya ka Arth Aur Prakar | के बारे में बताने वाले है.

Sakarmak Kriya Ki Paribhasha-

आज हम आपको Sakarmak Kriya Kya Hoti Hai | Sakarmak Kriya Kise Kehte Hai | Definition Of Sakarmak Kriya In Hindi | सकर्मक क्रिया का अर्थ आपको बताने वाले है-

सकर्मक क्रिया क्रिया का वह रूप है जिसमें क्रिया का प्रभाव कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़ता है, तो क्रिया के उस रूप को सकर्मक क्रिया कहते हैं।
अर्ताथ ऐसी क्रिया जिसमे कर्ता द्वारा किए गए कार्य का पता चलता है उसे ही सकर्मक क्रिया कहते है।

सकर्मक क्रिया की परिभाषा

जैसे – राधा ने पानी पिया।
ऊपर दिए गए वाक्य में राधा कर्ता है, पानी कर्म है और पिया क्रिया है। इस वाक्य में कर्ता, क्रम और क्रिया का बोध हो रहा है, इसलिए ये सकर्मक क्रिया है।

Sakarmak Kriya Ki Paribhasha

सकर्मक क्रिया को कैसे पहचाने :-

  • मोहन खाना खाता है – इस वाक्य में कर्ता ‘मोहन’ क्रिया ‘खाता’ है जिसका प्रभाव ‘खाना’ पे पड़ रहा है। इसलिए यहाँ सकर्मक क्रिया है।
  • बच्चे ने खिलौने तोड़ दिए – यहाँ पर बच्चे द्वारा तोड़ने का प्रभाव ‘खिलौने’ पर पड़ रहा है इसलिए यहाँ सकर्मक क्रिया होगी।

सकर्मक क्रिया के प्रकार-

सकर्मक क्रिया दो प्रकार की होती है :-

  1. एककर्मक क्रिया
  2. द्विकर्मक क्रिया

1.एककर्मक क्रिया:-

एककर्मक क्रिया वह है जिस क्रिया में एक ही कर्म हो वह क्रिया एककर्मक क्रिया कहलाती है।

उदाहरण-

  • विपिन किताब पढता है।
  • विकास फुटबॉल खेलता है।
  • श्याम रोटी खाता है।

ऊपर दिए गए वाक्यों से जैसा की आप समझ सकते है, इन सब में एक ही कर्म है जैसे श्याम, विपिन एवं विकास आदि।

  • हरीश फुटबॉल खेलता है।
  • अजय लीची खाता है।
  • मनीषा खाना पकाती है।
  • मधु फुटबॉल खेलती है।
  • आतंकी गाडी चलाता है।
  • मनीषा खाना पकाती है।

उपर दिए गए उदाहरणों में आप देख सकते हैं कि सभी वाक्यों में एक ही कर्म है अतः यह सभी उदाहरण एककर्मक क्रिया के अंतर्गत आयेंगे।

2.द्विकर्मक क्रिया-

द्विकर्मक क्रिया वह है जिस क्रिया में दो कर्म होते हैं वह द्विकर्मक क्रिया कहलाती है। पहला कर्म सजीव होता है एवं दूसरा कर्म निर्जीव होता है।

उदाहरण-

श्याम ने राधा को रूपये दिए।

ऊपर दिए गए उदाहरण में देना क्रिया के दो कर्म है राधा एवं रूपये। अतः यह द्विकर्मक क्रिया के अंतर्गत आएगा।

  • विकास श्याम की गाडी चलाता है।
  • मयंक ने घायल आदमी को अस्पताल पहुंचाया।
  • राम रावण के मुकुट को गिराता है।
  • लक्ष्मण जी ने शूर्णपखा की नाक काट दी।
  • शुभम कालू की पत्तंग उड़ाता है।
  • राजा ने जनता से कर वसूली की।
  • अर्जुन दुर्योधन को पछाड़ता है।
  • मैंने राधा का खाना खा लिया।

जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरणों में देख सकते हैं कि सभी वाक्यों में दो कर्म हैं पहला सजीव और दूसरा निर्जीव है।जब वाक्य में दो कर्म होते है तो यह द्विकर्मक क्रिया का उदाहरण होता है। अतः यह उदाहरण द्विकर्मक क्रिया के अंतर्गत आयेंगे.

sakarmak kriya ke udaharan

सकर्मक क्रिया की परिभाषा उदाहरण सहित – sakarmak kriya ke udaharan –

  • राम आम खाता है।
  • मां बर्तन धोती है।
  • शीतल खाना पकाती है।
  • मीरा चाबी टेबल पर ही भूल गई।
  • राम फुटबॉल खेलता है।
  • श्याम टी.वी. देख रहा है।
  • राहुल ने केला खाया।
  • दिल्ली में आज तेज बारिश हुई
  • सचिन फुटबॉल मैच खेलता है।
  • क्या मैं यह पुस्तक खरीद सकता हूं?
  • वह सड़क पर बहुत तेज दौड़ता है।
  • वरूण रिया से बहुत प्यार करता है।
  • उसने हाथों में बल्ला थाम लिया।
  • सरोज कविता सुना रही है।
  • चिराग चाय पी रहा है।

सकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया में अंतर क्या है-

सकर्मक क्रियाअकर्मक क्रिया
सकर्मक क्रिया में कर्ता, क्रिया और कर्म तीनों उपस्थित होते हैं।अकर्मक क्रिया में कर्ता और क्रिया तो होते हैं, लेकिन कर्म नहीं होता।
सकर्मक क्रिया में कर्ता द्वारा किए गए कार्य का प्रभाव दूसरी चीजों पर पड़ता है।अकर्मक क्रिया में कर्ता द्वारा किए गए कार्य से किसी और चीज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
सीता घर जाती है, बच्चे गणित पढ़ते हैं इत्यादि सकर्मक क्रिया के उदाहरण हैबच्चे रोते हैं, सीता हंसती है इत्यादि अकर्मक क्रिया के उदाहरण है।

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निकर्ष-

  • जैसा की आज हमने आपको Sakarmak Kriya Ki Paribhasha, Sakarmak Kriya Ke Udaharan, Transitive Verb Examples In Hindi, जानकारी के बारे में आपको बताया है.
  • इसकी सारी प्रोसेस स्टेप बाई स्टेप बताई है उसे आप फोलो करते जाओ निश्चित ही आपकी समस्या का समाधान होगा.
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