Samvidhan Ki Paribhasha Pdf, संविधान की परिभाषा

आज हम आपको Samvidhan Ki Paribhasha in Hindi, संविधान की परिभाषा, संविधान के प्रकार, संविधान का महत्त्व, संविधान के कार्य और भारतीय संविधान के बारे में आपको बताने वाले है.

संविधान का अर्थ-

आज हम आपको यंहा पर आपको संविधान का अर्थ, संविधान क्या है, संविधान किसे कहते है, definition of samvidhan in hindi के बारे में नीचे आपको बताने वाले है-

संविधान का अर्थ से यह है की संविधान आंग्न भाषा के कॉन्स्टिट्यूशन शब्द का हिंदी रूपांतरण है। कॉन्स्टिट्यूशन शब्द का प्रयोग मानव शरीर के ढांचे वह बनावट के लिए किया जाता है।
संविधान ( ‘सम्’ + ‘विधान’ ), मूल सिद्धान्तों का एक समुच्चय है, जिससे कोई राज्य या अन्य संगठन अभिशासित होते हैं।

Samvidhan Ki Paribhasha-

संविधान एक मौलिक कानून है जो देश का संचालन करने, सरकार के विभिन्न अंगों की रूपरेखा तथा कार्य निर्धारण करने इवं नागरिको के हितो का संरक्षण करने के लिए नियम दर्शाता है.

या फिर किसी देश या संस्था द्वारा निर्धारित किए गए वह नियम जिसके माध्यम से संस्था का सुचारु ढंग से संचालन हो सके उसे देश या संस्था का संविधान कहा जाता है। इसे ही संविधान कहते है.

संविधान किसी भी देश का उस देश को आत्मा को भी कहते है क्योंकि संविधान में ही उस देश के सभी मूल भाव व कर्त्तव्य निहित होते है। संविधान देश के सामाजिक, आर्थिक, भौगोलिक, धार्मिक आदि परिस्थिति के आधारित बनाया जाता है।

Samvidhan Ki Paribhasha

संविधान की परिभाषा विद्वानों द्वारा-

कई विद्वानों ने संविधान के बारे में अपने अपने विचार रखे हैं की संविधान की परिभाषा क्या होगी वो भी आपको नीचे बताने वाले है-

हरमन फाइनर ने संविधान को परिभाषित करते हुआ कहा है की – संविधान आधारभूत राजनीतिक संस्थाओं की व्यवस्था होती है।

अरस्तू ने कहा है की – संविधान राज्य के कार्य से नागरिकों के अधिकारों को निश्चित करता है।

डायसी के द्वारा – संविधान से आशय उन सब नियमों से है जो प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से राज्य की सार्वभौमिक शक्तियों की वितरण अथवा प्रयोग को निर्धारित करते हैं।

ब्राइस के अनुसार– संविधान ऐसे निश्चित नियमों का संग्रह होता है जिसमें सरकार की कार्यविधि प्रतिपादित होती है और जिनके द्वारा उनका संचालन होता है।

भारतीय संविधान की परिभाषा-

भारत का संविधान, संविधान सभा द्वारा 26 जनवरी 1950 को आंशिक रूप से संपूर्ण देश में लागू कर दिया गया था। संविधान दो प्रकार के होते हैं, एक लिखित संविधान और दूसरा अलिखित।

संविधान की परिभाषा

विश्व का प्रथम लिखित संविधान संयुक्त राज्य अमेरिका का है, और संसार का सबसे बड़ा लिखित संविधान भारत का है।

वर्तमान में, भारत का संविधान 465 अनुच्छेद जो 25 भागों और 12 अनुसूचियों में लिखित है।

जिस समय संविधान लागू हुआ था, उस समय 395 अनुच्छेद, 8 अनुसूचि और 22 भाग थे। संविधान में समय– समय पर कई संशोधन किए जाते हैं।

भारतीय संविधान के प्रकार –

भारतीय संविधान का वर्गीकरण भी कहते है, यहा पर 4 प्रकार से वर्गीकृत किया है।

केंद्र राज्य सबंध के आधार पर –
  1. परिसंघीय
  2. संघीय
  3. एकात्मक
विधायिका और कार्यपालिका सबंध के आधार पर-
  1. संसदीय प्रणाली
  2. राष्ट्रपति प्रणाली
परिवर्तनशीलता के आधार पर-
  1. लचिलू (नम्य)
  2. कठोर (अनम्य)
निर्माण प्रक्रिया के आधार पर-
  • लिखित & निर्मित
  • अलिखित & विकसित

संविधान के कार्य-

  • सरकार के उद्देश्यों को स्पष्ट करना।
  • भविष्य की दृष्टि के साथ एक आदर्श शासन संरचना का निर्माण करना।
  • शासन की संरचना को स्पष्ट करना।
  • राज्य को वैचारिक समर्थन और वैधता प्रदान करना।
  • नागरिकों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा करना।
Samvidhan Ki Paribhasha

संविधान का महत्व-

नई दिशा से कार्य प्रारंभ करने की इच्छा-

भारत स्वतंत्रता प्राप्त कर के नए सिरे से अपना शासन चलाना चाहता था इसलिए संविधान निर्मात्री सभा ने नई दिल्ली में 1946 ईस्वी से 1949 ईस्वी तक अपना संविधान बनाया जिसे 26 जनवरी, 1950 ईस्वी से लागू किया गया।

विलय की दशाएं सुरक्षित रखना-

संविधान की आवश्यकता का दूसरा कारण यह होता है कि जब कुछ राज्य मिलकर संघात्मक शासन की स्थापना करते हैं तभी आपने कुछ अधिकारों को सुरक्षित रखना चाहते हैं.

शासन के स्वरूप और संगठन का निश्चय-

प्रत्येक देश अपनी परिस्थितियों भौगोलिक दशाओं तथा इतिहास के आधार पर अपने लिए विशिष्ट शासन व्यवस्था का चुनाव करता है। इस शासन के स्वरूप को निर्धारित करने के लिए तथा इसको समुचित रूप से संगठित करने के लिए संविधान की आवश्यकता होती है।

प्रजा की निश्चित मांगों की पूर्ति-

जनता ऐस शासन तंत्र की स्थापना करना चाहती है जो स्थाई होने के साथ-साथ प्रजा की मांगों की पूर्ति भी करें तब संविधान की रचना होती है।

मौलिक सिद्धांतों की स्थापना तथा सुरक्षा-

भारत का संविधान भी न्याय स्वतंत्रता समानता तथा छात्र तबीयत के उद्देश्यों को ध्यान में रखकर ही निर्मित किया गया है।

samvidhan ki paribhasha Pdf In Hindi –

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निकर्ष-

  • जैसा की आज हमने आपको संविधान की परिभाषा के बारे में आपको बताया है.
  • इसकी सारी प्रोसेस स्टेप बाई स्टेप बताई है उसे आप फोलो करते जाओ निश्चित ही आपकी समस्या का समाधान होगा.
  • यदि फिर भी कोई संदेह रह जाता है तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते और पूछ सकते की केसे क्या करना है.
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